Success Story Of Satya Nadella : सीएनएन बिजनस ने भारतीय मूल के सीईओ सत्या नडेला को 2023 का सीईओ ऑफ द ईयर चुना है, जो दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी मार्केट कैप कंपनी है। नडेला आज माइक्रोसॉफ्ट के चेयरमैन हैं, पहले एक इंजीनियर थे।
इस भारतीय इंजीनियर ने बचाया माइक्रोसॉफ्ट,जो आज दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी बन गई : Success Story Of Satya Nadella
सीएनएन बिजनस ने भारतीय मूल के माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला को 2023 का सीईओ ऑफ द ईयर चुना है। उन्होंने चेस के सीईओ जैमी डाइमन, OpenAI के सीईओ सैम ऑल्टमैन और Nvidia के सीईओ जेनसन हुआंग को इस प्रतियोगिता में पीछे छोड़ दिया। पिछले साल, भारतीय मूल के नडेला ने एआई में अरबों डॉलर का निवेश किया था। माइक्रोसॉफ्ट ने अपनी लीडरशिप में टेक इनोवेटर का दर्जा हासिल किया है। यही कारण है कि पिछले वर्ष कंपनी के शेयरों में 55 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
नडेला आज किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। एक नजर नडेला के करियर पर
हैदराबाद से पढ़ाई
1967 में सत्या नडेला का जन्म हैदराबाद में हुआ था। उनके पिता एक प्रशासनिक अधिकारी थे, और उनकी मां संस्कृत पढ़ाती थीं। उनकी प्रारंभिक शिक्षा हैदराबाद पब्लिक स्कूल से हुई थी. 1988 में उन्होंने मनिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में एमएस की पढ़ाई की। 1996 में, शिकागो के बूथ स्कूल ऑफ बिजनस से एमबीए प्राप्त किया।
माइक्रोसॉफ्ट में नौकरी
सत्या नडेला ने पढ़ाई पूरी करने के बाद सन माइक्रोसिस्टम्स की टेक्नोलॉजी टीम में काम किया। उन्होंने 1992 में माइक्रोसॉफ्ट ज्वाइन किया था और तब से वह उसी के साथ हैं। इतने लंबे समय तक कंपनी में रहने के दौरान, उन्होंने कई योजनाओं पर काम किया। माइक्रोसॉफ्ट में सर्वर ग्रुप से शुरू हुए। इसके बाद वे एडवरटाइजिंग प्लेटफॉर्म, ऑनलाइन सेवाएं, खोज और विकास और सॉफ्टवेयर विभाग में काम किया. फिर वे सर्वर विभाग में मुखिया बनकर वापस आए।
क्लाउड गुरु
Success Story Of Satya Nadella-Satya Nadela को “क्लाउड गुरु” भी कहा जाता है। उनका क्लाउड कंप्यूटिंग नेतृत्व था और माइक्रोसॉफ्ट को दुनिया में सबसे बड़ा क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट बिजनस डिवीज़न में वरिष्ठ उपाध्यक्ष और ऑनलाइन सर्विसेज डिवीजन में वरिष्ठ उपाध्यक्ष का पद धारण किया। बाद में उन्हें कंपनी का 19 अरब डॉलर का व्यवसाय, “सर्विस एंड टूल” का अध्यक्ष बनाया गया। उन्होंने विंडोज सर्वर, डेवलपर टूल्स और डेटाबेस को माइक्रोसॉफ्ट अज्योर क्लाउड प्लेटफॉर्म पर लाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
सीईओ का सफर
Success Story Of Satya Nadella-2014 में नडेला को माइक्रोसॉफ्ट का सीईओ बनाया गया था। जब उन्होंने यह पद संभाला था, कंपनी कई समस्याओं से गुजर रही थी। नडेला ने माइक्रोसॉफ्ट को इन समस्याओं से बाहर निकाला और उसे नए शिखरों पर पहुंचाया। उन्हें क्लाउड कंप्यूटिंग, मोबाइल ऐप्लिकेशनंस और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर भी ध्यान दिया गया, साथ ही ऑफिस सॉफ्टवेयर फ्रेंजाईजी में भी सुधार किया गया। 2021 में वे कंपनी का चेयरमैन बने।
क्रिकेट से प्यार
1992 में सत्या नडेला ने अनुपमा से शादी की। अनुपमा सत्या के पिता की मित्र हैं। सत्य और उसके परिवार वॉशिंगटन में रहते हैं। सत्य नडेला दैनिक जीवन में क्रिकेट से प्रेरणा लेते हैं क्योंकि वह क्रिकेट का बहुत बड़ा प्रशंसक है। उन्हें दौड़ने का शौक है और वे फिट भी हैं। नडेला को पेस्ट्री बहुत अच्छी लगती है और वे मीठा खाते हैं। वह कहता है कि वह जीवन भर सीखता रहता है और अपने खाली समय में ऑनलाइन कक्षाएं लेता है। वह खाली समय में कविता पढ़ना पसंद करते हैं।
नडेला की सैलरी
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, नडेला को वित्त वर्ष 2023 में लगभग 4,03,64,63,425 रुपये की सैलरी मिली। इसमें मूल सैलरी 2,500,000 डॉलर है और बोनस 6,414,750 डॉलर है। उस समय उन्हें 39,236,137 डॉलर के स्टॉक्स थे, लेकिन कोई स्टॉक ऑप्शन नहीं था। साथ ही, दूसरे कंपनसेशन के रूप में उन्हें 361,650 डॉलर मिल गए।
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